जहाँ एक तरफ भारत सरकार पुरे देश में ‘स्वच्छता मिशन’ की सफलता के लिए कई सालों से हजारों-करोड़ रूपये खर्च करके अपनी बाहबाही लूट रही है और इस अभियान की सफलता पुरे देश में देखने को भी मिल रहा है। वहीँ, कुछ महत्वपूर्ण संस्थानों या विभागों द्वारा बरती गई लापरवाही सरकार के मंसूबों पर पानी फेरने का काम कर रही है। कुछ ऐसे ही वाकया से राजनीति टाइम्स संवाददाता मुकेश झुनझुनवाला का साबका प्रतिदिन मुंबई महानगर के भयंदर पश्चिमी रेलवे स्टेशन पर होता है। जबकि इसकी शिकायत कई बार, बारबार विभाग को कराया जा चूका है लेकिन लापरवाही ज्यों कि त्यों बनी हुई है। माजरा यह है कि भारतीय रेलवे के पश्चिमी जोनल मुख्यालय के मुंबई महानगर के अंतर्गत भयंदर रेलवे स्टेशन के आस-पास प्लेटफार्म- 01 से चर्चगेट की तरफ निकलने वाले रास्ते पर भयानक गन्दगी से जूझना पड़ता है। जबकि उस तरफ़ हजारों यात्रियों का आना-जाना एक यथावत कार्यक्रम है।
वही, आसपास गन्दगी का अंबार और उससे उठती बदबू लोगों को भारी कष्ट का कारण बनती है। आप-पास सार्वजनिक शौचालाओं की सुविधा का न होना लोगों को मजबूर करता है कि वे वहीँ बाहर ही मूत्र और मल त्याग करें। यह एक ऐसा माहौल तैयार करता है जो बिना नाक़ ढंके या परिवार के बच्चों-महिलाओं के साथ आप आसानी से गुजर नहीं सकते हैं। इस दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति पर रेलवे की लापरवाही बहुत कष्ट देती है। लोगों को मजबूर होकर आना-जाना पड़ता ही है। मैं व्यक्तिगत स्तर पर पश्चिमी जोंन के अधिकारीयों से मांग करता हूँ कि अतिशीघ्र इस दुश्वर स्थिति से मुक्ति दिलाने की कोशिश करे और क्षेत्र के तमाम यात्रियों को उनके अधिकारों की रक्षा करें। अन्यथा इस विषय को ऊपर के अधिकारियों से भी शिकायत की जाएगी अगर ज़रूरी हुआ तो भारत सरकार के रेल मंत्री को भी अवगत कराएंगे।