एकम तरफ़ अभी रूस-युक्रेन युद्ध चल ही रहा है तो दूसरी तरफ़ रूस की निजी सेना ‘वैगनर ग्रुप’ ने अपनी ही सरकार के ख़िलाफ़ लड़ाई का ऐलान कर दिया है। इसे लेकर रूस ने मॉस्को में आपात कदम उठाए हैं और आतंक-निरोधी नियमों का एलान कर दिया है। जबकि, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कड़ी चेतावनी जारी कर कहा है कि ऐसा करने वालों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्यवाई की जाएगी और इस हरकत को राष्ट्रद्रोह की श्रेणी में रखा जायेगा। वही, रूस में वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन की बगावत की खबर पूरी दुनिया में सुर्खियां बनी हुई है। मास्कों की निजी मिलिशिया ‘वैगनर ग्रुप’ का विद्रोह करने का यह फैसला किसी बड़ी साजिस का हिस्सा भी हो सकता है। जो वैगनर ग्रुप और रूस की सेना के बीच तनाव पैदा करने के लिए हो सकता है। इस विद्रोह पर कई देशों की तरफ से सतर्क प्रतिक्रियाएं भी आणि शुरू हो गई है जबकि इस बात की खबर यूक्रेन को लगी तो राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के एक वरिष्ठ सहयोगी ने मजाक उड़ा दिया। उन्होंने कहा कि ये तो बस शुरुआत है। अधिकारी ने कहा कि या तो इस लड़ाई में प्रिगोझिन की हार होगी या उसके विरोधी टीम की। उन्होंने कहा कि दोनों वर्गों के बीच में लड़ाई होना स्पष्ट है। अब दिखावा करने का कोई फायदा नहीं है कि सब कुछ ठीक है या ठीक हो जाएगा। किसी की हार पक्की है।
वैगनर समूह के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने 24 जून को रूसी सैन्य नेतृत्व को उखाड़ फेकने का ऐलान कर दिया। प्रिगोझिन ने आरोप लगाया रूसी सैन्य नेतृत्व उनके लोगों पर हमले करा रहा है। प्रिगोझिन के ऐलान के चंद घंटे पहले ही रूसी रक्षा मंत्रालय ने प्रिगोझिन पर सशस्त्र विद्रोह करने का आरोप लगाया था। दरअसल, बीते कुछ महीनों से प्रिगोझिन लगातार रूसी रक्षा मंत्री, सर्गेई शोइगु और यूक्रेन में सेना के प्रमुख वालेरी गेरासिमोव पर हमलावर हैं। प्रिगोझिन का आरोप है कि ये दोनों अधिकारी जानबूझकर वैगनर लड़ाकों को कम आपूर्ति कर रहे हैं। इस बीच रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि यूक्रेन में “स्वयंसेवक संरचनाओं” को जून के अंत तक सरकार के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर करना होगा। सरकार की इस घोषणा में वैगनर समूह का नाम नहीं लिया गया था, लेकिन इस कदम को सरकार द्वारा वैगनर समूह पर अधिक नियंत्रण हासिल करने के प्रयास के रूप में देखा गया। इसके बाद प्रिगोझिन ने बयान जारी कर घोषणा की कि उनकी सेना इस तरह के किसी भी अनुबंध का बहिष्कार करेगी।
दरअसल, यूक्रेन में वैगनर ट्रेनिंग कैंप पर मिसाइल हमले के लिए प्रिगोझिन ने क्रेमलिन को दोषी ठहराया है। इस हमले में दर्जनों वैगनर लड़ाकू मारे गए थे। अब समूह के सरगना ने बदला लेने की ठान ली है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक वीडियो में 62 वर्षीय येवगेनी प्रिगोझिन ने देश के नेतृत्व को उखाड़ फेंकने के लिए बड़ी संख्या में सैनिकों को तैनात करने की कसम खाई। उन्होंने कहा कि जिन्होंने आज हमारे लोगों को नष्ट कर दिया उन्हें दंडित किया जाएगा। हम मॉस्को जा रहे हैं, और जो कोई भी हमारे सेंटर्स में प्रवेश करेगा वह इसके लिए जवाबदेह होगा। सरगना ने आगे कहा कि कोई भी हमारे रास्ते में आने की कोशिश करेगा, हम उन्हें खतरा मानेंगे। हमारे रास्ते में आने वाली सभी चौकियों सहित उन्हें तुरंत नष्ट कर देंगे। रूस से जुड़े लड़ाकू समूह के सरगना येवगेनी प्रिगोझिन ने मॉस्को को दंडित करने और बदला लेने की कसम खाई है। येवगेनी प्रिगोझिन ने अपने ऑडियो संदेश में कहा है कि वह और उसके 25 हजार मजबूत लड़ाके रूस के लोगों के लिए मरने के लिए तैयार हैं।
वैगनर समूह को आधिकारिक तौर पर PMC वैगनर कहा जाता है। यह समूह 2014 में पहली बार चर्चा में आया। तब यह समूह पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थक अलगाववादियों की मदद कर रहा था। उस समय यह एक गुप्त संगठन था। इस संगठन पर दुनियाभर के अलग-अलग देशों में रूसी सरकार के लिए छद्म युद्ध लड़ने के आरोप लगे। कहा जाता है कि यह संगठन अफ्रीका और मध्य पूर्व में सक्रिय था। खासतौर पर लीबिया, सीरिया, मोजाम्बिक, माली, सूडान और मध्य अफ्रीका के देशों में इस समूह के गृह युद्ध में शामिल होने के आरोप लगे। 2015 से 2018 के बीच वैगनर ग्रुप रूस की सेना और बशर अल-असद की टुकड़ियों के साथ भी लड़ा है। इस समूह को रूस की निजी सैन्य कंपनी के तौर पर जाना जाता है। पिछले साल युद्ध शुरू होने के बाद रूस की तरफ से इस ग्रुप को यूक्रेन के राष्ट्रपति को ही निशाना बनाने की सुपारी दी गई थी। बताया गया था कि रूस ने किराए पर काम करने वाले हत्यारों के समूह- वैगनर ग्रुप को जेलेंस्की की हत्या का जिम्मा सौंपा था।