सरकार ने वसूला ₹6.53 लाख करोड़ डायरेक्ट टैक्स।

भारत सरकार ने जब से जीएसटी लागू किया है तब से डायरेक्ट टेक्स से आय दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार फाइनेंशियल ईयर 2023-24 में 10 अगस्त तक नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन (प्रोविजनल) 6.53 लाख करोड़ रुपए हो गया है। यह पिछले साल के इसी समय के मुकाबले 15.73% ज्यादा है। FY2023-24 में अब तक यह कलेक्शन सरकार के टोटल टैक्स कलेक्शन के अनुमान का 32.03% है। इसका मतलब सरकार ने टोटल अनुमान का एक तिहाई से ज्यादा टैक्स कलेक्ट किया है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेस (CBDT), फाइनेंस मिनिस्ट्री और रेवेन्यू डिपार्टमेंट ने प्रेस रिलीज जारी कर इस बारे में बताया है। रिपोर्ट के मुताबिकरिफंड एडजस्ट करने के बाद नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 5.84 लाख करोड़ रुपए रहाजो पिछले साल के मुकाबले 17.33% ज्यादा है। इस साल 1 अप्रैल से 10 अगस्त तक 0.69 लाख करोड़ रुपए टैक्स रिफंड के जरिए जारी किए जा चुके हैंजो वित्त वर्ष 2022-23 के इसी समय के मुकाबले 3.73% ज्यादा है।

बीते महीने रेवेन्यू डिपार्टमेंट ने बताया था कि अप्रैल से जुलाई 2023 तक टोटल रिफंड अमाउंट 42 हजार करोड़ रुपए रहाजो पिछले साल इसी समय के मुकाबले 2.55% ज्यादा है। इस दौरान ग्रॉस कलेक्शन 5.17 लाख करोड़ रुपए था। जो टैक्स सीधे आम आदमी से वसूला जाता हैउसे डायरेक्ट टैक्स कहते हैं। डायरेक्ट टैक्स में कॉरपोरेट और पर्सनल इनकम टैक्स आता है। शेयर या दूसरे संपत्तियों पर लगने वाले टैक्स भी डायरेक्ट टैक्स हैं। जो टैक्स सीधे आम जनता से नहीं लिया जाता लेकिन उसकी वसूली आम जनता से ही होती हैउसे इन-डायरेक्ट टैक्स कहा जाता है। इसमें एक्साइज ड्यूटीकस्टम ड्यूटी, GST शामिल हैं। टैक्स कलेक्शन को किसी भी देश की आर्थिक गतिविधियों को दिखाने वाला माना जाता है। भारत में इस साल अब तक डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन अच्छा रहा है। डायरेक्ट टैक्स में कॉरपोरेट और पर्सनल इनकम टैक्स आता है।

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